Jyotish Tips- महिलाओं को भूलकर भी नहीं जाना चाहिए इन जगहों पर बाल खोलकर, जानिए पूरी डिटेल्स
- byJitendra
- 19 Aug, 2025

By Jitendra Jangid- दोस्तो हिंदू धर्म में पूजा करना केवल एक दैनिक अनुष्ठान नहीं हैं बल्कि पूजा करने से भक्ति और एकाग्रता का भी प्रतीक है। पूजा-पाठ करते समय, यह ज़रूरी है कि मन और हृदय केवल ईश्वर पर ही केंद्रित रहें। इसीलिए, मंदिर में या घर पर पूजा के दौरान आचरण के संबंध में कुछ नियम बताए गए हैं। पूजा करते समय बाल खोलकर नहीं रखना चाहिए, आइए जानते हैं महिलाओं को कहां बाल खुलेकर नहीं जाना चाहिए-

पूजा में एकाग्रता
पूजा के लिए पूर्ण ध्यान और भक्ति की आवश्यकता होती है। यदि मन विचलित हो जाता है, तो पूजा का वास्तविक उद्देश्य पूरा नहीं होता।
खुले बालों के कारण ध्यान भटकना
महिलाएं अपने बाल खुले रखती हैं, तो उन्हें बार-बार व्यवस्थित करने या संभालने की आवश्यकता के कारण उनका ध्यान ईश्वर से हटकर बालों की ओर चला जाता है।
मंदिर और घर पर पूजा के नियम
आप मंदिर में हों या घर पर पूजा कर रही हों, महिलाओं को सलाह दी जाती है कि पूजा में बैठने से पहले अपने बाल अच्छी तरह बाँध लें।

सम्मान और अनुशासन
पूजा के दौरान बाल बाँधकर रखना भी ईश्वर के प्रति अनुशासन और सम्मान का प्रतीक माना जाता है।
खुले बाल कभी न बैठाएँ
मन की पवित्रता और एकाग्रता बनाए रखने के लिए महिलाओं को पूजा के दौरान खुले बाल रखकर बैठने से बचना चाहिए।
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